Sugar stocks : चीनी एक्सपोर्ट को मंजूरी मिलने से शुगर शेयर भागे, शीरे पर लगाई जाने वाली 50% ड्यूटी भी खत्म – sugar stocks rose after sugar exports were approved and the 50 percent duty on molasses was also abolished



Sugar stocks : चीनी एक्सपोर्ट को मंजूरी मिलने से शुगर शेयर भागे हैं। बलरामपुर चीनी,श्री रेणुका और बजाज हिंदुस्तान के शेयरों में जोरदार तेजी आई है। खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी के मुताबिक सरकार ने 15 लाख टन चीनी के एक्सपोर्ट का फैसला लिया है। साथ ही मोलेसिस (शीरे) पर लगाई जाने वाली 50% ड्यूटी भी खत्म कर दी गई है।

चीनी मिलों को बड़ी राहत

सरकार का 15 लाख टन चीनी निर्यात का फैसला लिया है। खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने इसकी जानकारी खुद दी है। यह मंजूरी शुगर सीजन 2025-26 के लिए दी गई है। सरकार इस बारे में जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर सकती है। शुगर कंपनियों की 20 लाख टन चीनी निर्यात की मांग थी। मोलासेस निर्यात पर लागू 50 फीसदी ड्यूटी भी खत्म कर दी गई है। 2024 में सरकार ने मोलासेस निर्यात पर ड्यूटी लगाई थी। सरकार को 310 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया है। पिछले साल के मुकाबले इस साल 18.5% ज्यादा उत्पादन होने का अनुमान है।

जोश में शुगर शेयर

Balrampur Chini Mills 24.75 रुपए यानी 5.72 फीसदी की तेजी के साथ 458 रुपए के आसपास नजर आ रहा है। आज का इसका दिन का हाई 461.95 रुपए हौ दिन का लो 441.95 रुपए है। स्टॉक का 52 वीक हाई 627.80 रुपए और 52 वीक लो 419.05 स्टॉक का ट्रेडिंग वॉल्यूम 1,347,623 शेयर और मार्केट कैप 9,236 करोड़ रुपए है। 1 हफ्ते में ये शेयर 0.81 फीसदी गिरा है। वहीं, 1 महीने में इसमें 4.25 की गिरावट आई है।

1 बजे के आसपास श्री रेणुका शुगर्स और बजाज हिंदुस्तान के शेयर 2.6% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। धामपुर शुगर मिल्स, द्वारिकेश शुगर और उत्तम शुगर मिल्स के शेयर भी 1.9%, 2.4% और 3.7% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।

भारत ने सितंबर में समाप्त हुए 2024-25 चीनी सत्र के दौरान 1 मीट्रिक टन के आवंटन के मुकाबले लगभग 8,00,000 टन चीनी का निर्यात किया है। फूड सेक्रेटरी संजीव चोपड़ा ने हाल ही में कहा था कि चूंकि, इथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी का उपयोग अपेक्षा से कम रहा है, इस लिए सरकार सरप्लस स्टॉक के कारण चीनी निर्यात की अनुमति देने पर विचार कर रही है।

उन्होंने आगे कहा कि चीनी मिलों ने 2024-25 में इथेनॉल बनाने के लिए केवल 3.4 मीट्रिक टन चीनी का इस्तेमाल किया,जो अनुमानित 4.5 मीट्रिक टन से काफी कम है, जिसकेचलते चालू सीजन के काफी ज्यादा ओपनिंग स्टॉक है। 2025-26 के लिए चीनी उत्पादन 28.5 मीट्रिक टन की वार्षिक घरेलू मांग के मुकाबले 34 मीट्रिक टन तक पहुंचने की उम्मीद है।

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