Ola share price : ओला के भाविश अग्रवाल को नए होम बैटरी स्टोरेज वेंचर से कंपनी में बड़े टर्नअराउंड की उम्मीद – ola share price olas bhavish aggarwal expects a major turnaround in the company from new home battery storage



Ola share price : पिछले साल आए ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के आईपीओ के निवेशकों की तरफ से ब्लॉकबस्टर रिस्पांस मिला था। यह आईपीओ 4 गुना भरा तै। लेकिन अब,होम बैटरी स्टोरेज पर नए प्लान के बावजूद इसे निवेशक ढूंढने में मुश्किल हो रही है। घटते मार्केट शेयर,लगातार कैश खर्च और इस साल शेयर की कीमत में लगभग 53% की गिरावट के कारण के चलते निवेशक कंपनी से मुंह मोड़ रहे हैं।

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प.के सपोर्ट वाली इस इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी को हाल के महीनों में कई फाइनेंसरों से बेरुखी का सामना करना पड़ा है। हालांकि कुछ इन्वेस्टर्स के साथ कंपनी की बातचीत चल रही है। ओला की खराब होती सेल्स और फाइनेंशियल हेल्थ को देखते हुए इन्वेस्टर्स कंपनी के 1,500 करोड़ रुपए ($168 मिलियन) के नए फंडरेज़िंग प्लान में शामिल होने से हिचकिचा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि लेंडर्स ने कंपनी के 17 अरब रुपये के उस डेट-रेज़ प्लान से भी दूरी बना ली है,जिसे कंपनी बोर्ड ने मई में मंज़ूरी दी थी।

हालांकि, कंपनी के चेयरमैन और फाउंडर भाविश अग्रवाल को नए होम बैटरी स्टोरेज बैकअप पावर सोर्स प्लान से जल्दी ही कंपनी की किस्मत बदलने की उम्मीद दिख रही है।

बता दें कि घाटे में चल रही इस कंपनी के इस महीने आए तिमाही नतीजों के मुताबिक रेवेन्यू में 43% और सेल्स में 47% की गिरावट देखने को मिली है। इससे ओला की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। इसने अपनी दूसरी छमाही के सेल्स अनुमान को भी कम कर दिया है। इसके पूरे साल का अनुमान पहले के गाइडेंस से लगभग 40% कम हो गया है। अक्टूबर में ई-स्कूटर सेगमेंट में ओला का मार्केट शेयर 11.5% था, जो पिछले साल के 30% से कम है।

कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के एनालिस्ट ऋषि वोरा और अपूर्वा देसाई ने 6 नवंबर की रिपोर्ट में लिखा है कि कंपनी की स्थिति में पहले से ही साफ तनाव दिख रहा है। वॉल्यूम बढ़ाने पर फोकस न होने पर यह कमजोरी एक बड़े संकट में बदल जाएगी।

इस स्टॉक पर सेल रेटिंग के साथ कोटक का अनुमान है कि मार्च 2026 को खत्म होने वाले साल में ओला पर 5.5 अरब रुपये और अगले 12 महीनों के में 6.2 अरब रुपये का कर्ज होगा। हालांकि तिमाही नुकसान कम होगा। लेकिन ब्रोकरेज ने कहा कि नेट कैश मार्च के आखिर के 4.8 अरब रुपये से घटकर सितंबर के आखिर तक 1.6 अरब रुपये रह गया है।

भाविश अग्रवाल ने 6 नवंबर को एक कॉल में एनालिस्ट्स को बताया था कि हाल की तिमाहियों में कंपनी की स्ट्रैटेजी कॉस्ट एफिशिएंसी पर फोकस करने, ग्रॉस मार्जिन को बेहतर बनाने और नए प्रोडक्ट्स लाने की रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी का प्लान “मोटरसाइकिल को भरोसेमंद तरीके से लॉन्च करने और कुछ फ्रंट-एंड ऑपरेशनल दिक्कतों को भी ठीक करने” का है।

ओला इस साल के ज़्यादातर समय में फायर फाइटिंग मोड में रही है। कंपनी को रेगुलेटरी रेड और यहां तक ​​कि क्रॉस-बॉर्डर टेक्नोलॉजी चोरी के आरोपों का भी सामना करना पड़ा है। जबकि, उसके कॉम्पिटिटर जैसे बजाज ऑटो लिमिटेड, टीवीएस मोटर कंपनी, हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड और स्टार्टअप कॉम्पिटिटर एथर एनर्जी लिमिटेड अपनी पोजीशन मजबूत कर रहे हैं।

एलारा सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के एनालिस्ट जय काले का कहना है कि ओला को कॉम्पिटिटरों के धीमे और सेलेक्टिव रहने से शुरुआती बढ़त मिली थी। लेकिन अब, कस्टमर्स के पास चुनने के लिए कई भरोसेमंद ब्रांड हैं। जैसे-जैसे दूसरी कंपनियां और एथर एनर्जी अपना डिस्ट्रीब्यूशन और कैपेसिटी बढ़ाएंगी,ओला के लिए अपना मार्केट शेयर बढ़ाना मुश्किल होगा।

होम बैटरी स्टोरेज पर बड़ा दांव

बेंगलुरु स्थित यह EV बनाने वाली कंपनी बैटरी-एनर्जी स्टोरेज सिस्टम के कारोबार में कदम रखकर अपने बिज़नेस मॉडल को फिर से मज़बूत करना चाहती है। यही भाविश अग्रवाल की खासियत भी है। एक सीरियल एंटरप्रेन्योर के तौर पर,उन्होंने पहले भी सफलता के साथ कई अलग-अलग वेंचर शुरू किए हैं। अग्रवाल ने पिछले महीने ओला शक्ति प्रोडक्ट लाइन लॉन्च की,जिसका मकसद घरों और छोटे बिज़नेस को टारगेट करना। ओला शक्ति प्रोडक्ट लाइन की कीमत 120,000 रुपये से 125,000 रुपये के बीच है।

अग्रवाल ने अर्निंग्स कॉल में कहा कि यह नया बिज़नेस कंपनी के प्रोप्राइटरी 4680 भारत बैटरी सेल्स पर आधारित है। मार्च क्वार्टर में इसकी बिक्री शुरू होगी जिससे 1 अरब रुपये की कमाई हो सकती है। उन्होंने आगे कहा कि मार्च 2027को खत्म होने वाले साल में इस वेंचर से 10 अरब रुपये की कमाई होने की उम्मीद है । यह इस फाइनेंशियल ईयर के लिए ओला के अनुमानित रेवेन्यू का लगभग एक-तिहाई है।

ग्रिड-स्केल स्टोरेज में दिलचस्पी रखने वाले कुछ बड़ी भारतीय कंपनियों के विपरीत, ओला होम इन्वर्टर मार्केट में हाथ आज़माना चाहती है। इस सेगमेंट में लगभग पूरी तरह से लेड-एसिड बेस्ड बैक-अप सिस्टम हैं, जो जाने-माने प्लेयर्स बनाते हैं। इनके प्रोडक्ट ओला के लिथियम-आयन सेल पैक की तुलना में बहुत कम दाम पर बिकते हैं।

कोटक के एनालिस्ट्स का कहना है कि भारत का कुल इन्वर्टर-बैटरी मार्केट 160 अरब रुपये के आसपास है। ओला के लिए पहले साल 7% से 8% मार्केट शेयर हासिल करने का टारगेट सीमित ब्रांड प्रेजेंस और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क की कमी को देखते हुए मुश्किल होगा।

ओला शक्ति बैटरी बैक-अप पैक ओला स्टोर्स पर और ऑनलाइन बेचे जाएंगे। डेलॉइट इंडिया के पार्टनर और कंज्यूमर इंडस्ट्री लीडर आनंद रामनाथन के मुताबिक, हालांकि होम बैटरी स्टोरेज मार्केट अपने आप में आकर्षक है,लेकिन प्योर रिटेल डिस्ट्रीब्यूशन पर फोकस करने वाले मॉडल को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

रामनाथन ने आगे कहा कि रियल एस्टेट प्लेयर्स और आर्किटेक्ट्स, इंटीरियर डिज़ाइनर्स वगैरह जैसे इन्फ्लुएंसर्स के साथ पार्टनरशिप नए लोगों के लिए ज़रूरी है,क्योंकि होम इन्वर्टर के लिए टेक्निकल एजुकेशन की ज़रूरत होती है और ये बिना सोचे-समझे नहीं खरीदे जाते।

एलारा के काले के मुताबिक,यही वजह है कि ओला के कोर ऑटोमोटिव सेगमेंट को अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए। लेकिन मार्केट शेयर और वॉल्यूम की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह मुश्किल लग रहा है।

शेयर की चाल पर एक नजर

फिलहाल 12.10 बजे के आसपास एनएसई पर ये शेयर 0.71 रुपए यानी 1.75 फीसदी की बढ़त के साथ 42 रुपए का आसपास दिख रहा है। आज का इसका दिन का हाई 41.75 रुपए है। पिछले 1 हफ्ते में ये शेयर 1.55 फीसदी टूटा है। वहीं, 1 महीने में इसमें 21.8 फीसदी की गिरावट आी है। 1 साल में ये शेयर 43.8 फीसदी टूटा है।

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